यूपी भूलेख ऑनलाइन पोर्टल क्या है?
यूपी भूलेख (UP Bhulekh) उत्तर प्रदेश सरकार की राजस्व परिषद द्वारा शुरू किए गए भूमि रिकॉर्ड (land record) के लिए एक डिजिटल पोर्टल है।
UP Bhulekh online portal की शुरुआत से पहले, जमीन के रिकॉर्ड से संबंधित सभी कार्यों को कागजात पर मैन्युअल रूप से रिकॉर्ड किया गया था। लेकिन अब यूपी सरकार ने राज्य में सभी भूमि रिकॉर्ड गतिविधियों का कम्प्यूटरीकरण किया है।
यूपी भूलेख दो हिंदी शब्दों से बना है यानी भु + लेख जहाँ भु का अर्थ है भूमि और लेख का अर्थ है विवरण या खाता।
Bhulekh का अर्थ है भूमि का लेखा/ रिकॉर्ड रखना। इसमें एक भूमि, उसके मालिक और अन्य जानकारी के सभी विवरण शामिल हैं।
वेब आधारित ऑनलाइन भूमि दस्तावेज़ प्रणाली (upbhulekh.gov.in) 2 मई 2016 से शुरू की गई थी। इसे राज्य के सभी जिलों में लागू किया गया है। यह कम्प्यूटरीकृत प्रणाली पिछली प्रणाली की तुलना में बहुत व्यवस्थित और पारदर्शी है। प्रत्येक नागरिक आसानी से अपने घरों से अपने भूमि रिकॉर्ड के बारे में जानकारी की जांच कर सकता है। सूचना के एक छोटे से टुकड़े को जानने के लिए उन्हें अब राजस्व कार्यालय, यूपी पटवारी या किसी अन्य संबंधित कार्यालय की ओर नहीं जाना होगा।
यूपी भूलेख डिजिटल पोर्टल के फायदे।
उत्तर प्रदेश में भूमि रिकॉर्ड (up land record) के कम्प्यूटरीकरण ने राज्य में भूमि रिकॉर्ड की दैनिक गतिविधियों को सुव्यवस्थित किया है। UP Bhulekh कम्प्यूटरीकृत प्रणाली के विभिन्न फायदे हैं। नीचे हमने उन सभी लाभों को साझा किया है जो इस प्रणाली ने नागरिकों को प्रदान किए हैं-
- नागरिक किसी भी समय और किसी भी स्थान पर वेबसाइट पर अपने भूमि रिकॉर्ड (up land record), भूलेख नक्शा (up bhu naksha) और भूमि सभी संबंधित जानकारी देख सकते हैं। उन्हें हर बार संबंधित विभाग का दौरा नहीं करना पड़ेगा।
- इस पोर्टल पर नागरिक khasra number/ gata number दर्ज करके अपनी जमीन का विवरण देख सकते हैं।
- यह एक पारदर्शी प्रणाली है जो भूमि पर अवैध कब्जे, हाथापाई, कमजोर वर्गों की भूमि को हथियाने, अपराध, मुकदमों आदि को कम करने में मदद करती है।
- अब नागरिकों को अपनी भूमि के बारे में स्थिति या जानकारी जानने के लिए राजस्व विभाग का दौरा करने की आवश्यकता नहीं है। वे इसे upbhulekh portal पर जाकर देख सकते हैं।
- इससे पहले, यदि आपको भूमि रिकॉर्ड की जांच करनी है यह व्यस्त और समय लेने वाली गतिविधि थी । अब upbhulekh कम्प्यूटरीकृत प्रणाली के साथ, नागरिक अपना समय बचा सकते हैं क्योंकि उन्हें बार-बार पटवारी कार्यालय नहीं जाना पड़ता है।
- नागरिक bhulekhup online portal के माध्यम से जानकारी जोड़ सकते हैं और अपने भूमि खाते को अपडेट कर सकते हैं।
Some Important Links | |
Check UP Khasra Khatauni (चेक खसरा खतौनी) | Click Here |
Check UP Land Record (चेक भूमि रिकॉर्ड) | Click Here |
Find Unique Gata Sankhya (गाटे का यूनिक कोड) | Click Here |
Search Khasra Sankhya Wise (खसरा संख्या वाइज) | Click Here |
Khasra Khatauni Verification (खसरा खतौनी सत्यापन) | Click Here |
UP Bhulekh Naksha | Click Here |
Official Website | upbhulekh.gov.in |
जैसा कि हम जानते हैं, भूमि से संबंधित किसी भी कार्य के लिए, सबसे पहले, हमें भूमि का पूरा ज्ञान होना चाहिए, इसीलिए भूमि और उससे संबंधित मामलों को स्पष्ट रखने के लिए, भारतीय कानून भूमि से संबंधित कुछ विशिष्ट नाम या संख्या प्रदान करता है, जिसके द्वारा भूमि का निर्धारण किया जाता है, इन नामों या संख्याओं के आधार पर, कानूनी दस्तावेज बनाए जाते हैं और भूमि से संबंधित कोई भी प्रक्रिया इन नामों या संख्याओं के आधार पर होती है,इन नामो और संख्यावों में से कुछ ऐसे भी होते हैं जिनके बारे में एक आम आदमी को जानकारी नहीं होती है!
यहां इस लेख में, हम कुछ जरूरी नामों और संख्याओं जैसे UP Bhulekh Khata/ Kewat Sankhya, Khasra/ Gata Sankhya, & Khatauni Saankhya आदि का विवरण प्रदान कर रहे हैं, और उन्हें ऑनलाइन कैसे जांचें यह भी बता रहे हैं इसलिए इस लेख को पूरा पढ़े।
खाता संख्या (Khata Sankhya) या केवट संख्या (Kewat Sankhya) क्या है?
केवट संख्या (Kewat Sankhya) को आमतौर पर खाता संख्या (Khata Sankhya) भी कहा जाता है, इसे किसी भी जमीन जायदाद या भूमि क्षेत्र के मालिक (ओं) को दिए गए एक यूनिक अकाउंट नंबर के रूप में भी देखा जा सकता है।
Khata Sankhya/ Kewat Sankhya राजस्व अधिकारियों द्वारा किसी भी जमीन जायदाद या भूमि क्षेत्र के मालिक (ओं) को दिया जाने वाला एक विशिष्ट नंबर है, जो सह-हिस्सेदारों का एक समूह बनाता है, जिनके पास एक ही या अलग-अलग अनुपात में जमीन होती है, इसका उपयोग जमीनी संपत्ति या क्षेत्र को दस्तावेजों को निर्धारित करने और उस क्षेत्र के नक्शे में भूमि का स्थान दिखाने के लिए किया जाता है।
खसरा संख्या (Khasra Sankhya) या गाटा संख्या (Gata Sankhya) क्या है?
खसरा (Khasra) राजस्व विभाग का एक दस्तावेज है जिसका उपयोग भारत में किसी भी कृषि भूमि और फसल के बारे में जानने के लिए किया जाता है! इसका उपयोग शजरा (शजरा किश्तवार) नामक दस्तावेज में किया जाता है, जो गांव का एक निश्चित नक्शा है, यह जगह के क्षेत्र और भौगोलिक स्थितियों को निर्धारित करता है।
एक गाँव के खसरा में मुख्य रूप से “गाँव की सभी ज़मीनें होती हैं, उनका क्षेत्रफल, आकार, उनके मालिक(ओ) का नाम, किसान जिसके द्वारा उस पर फसल उगाई जाती है उनका नाम, क्या फसल उगाई जाती है, किस तरह की मिट्टी होती है, कौन से पेड़ लगाए जाते हैं, वहां के वातावरण आदि की सारी जानकारी खसरा में उपलब्ध होती है!”
अब, अगर हम खसरा संख्या (Khasra Sankhya) के बारे में बात करते हैं, तो यह संख्या राज्य के राजस्व विभाग द्वारा प्रदान की गई भूमि पहचान के लिए यूनिक संख्या है।
#Note:
खसरा संख्या (Khasra Sankhya) को आमतौर पर गाटा संख्या (Gata Sankhya) भी कहा जाता है।
खतौनी (Khatauni) दस्तावेज़ क्या है?
खतौनी (Khatauni) एक गाँव के खसरा (Khasra) पर आधारित एक सारांश है, जो गाँव के किसी व्यक्ति या परिवार के सभी भूमि धारकों को सूचीबद्ध करता है। यदि मालिक के अलावा किसी और के द्वारा इसकी खेती की जा रही है, तो इसे भी सूची में शामिल किया जाएगा।
यदि सरल शब्दों में कहा जाए तो, सभी खसरा (Khasra) जो किसी व्यक्ति से संबंधित है, उस व्यक्ति की खतौनी (Khatauni) में सूचीबद्ध किया जाएगा
Khasra Khatauni दस्तावेज़ के बीच अंतर
- खसरा (Khasra) मूल भूमि रिकॉर्ड है जिसमें खसरा नंबर और जमींदार की भूमि का क्षेत्रफल रहता है और अन्य जानकारी रखी जाती है।
- खसरा P-II फॉर्म में बनता है और इसमें 12 कॉलम होते हैं।
- जबकि खतौनी (Khatauni) एक सहायक भूमि रिकॉर्ड है, जिसमें एक स्थान पर एक भूस्वामी के सभी खसरे दर्ज किए जाते हैं।
- खतौनी बी -1 फॉर्म में बनाई गई है, इसमें 23 कॉलम हैं.
उत्तर प्रदेश भुलेख खसरा खतौनी नकल ऑनलाइन कैसे निकले (How to check UP Bhulekh Khasra Khatauni online)?
आप नीचे साझा की गई प्रक्रिया का पालन करके भूलेख यू पी पर खसरा खतौनी नकल की जांच कर सकते हैं। आपके लिए इसे आसान बनाने के लिए हमने चित्रों की सहायता से पूरी प्रक्रिया बताई है।
Step 1:आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
इसके लिए आपको bhulekhup के आधिकारिक पोर्टल यानि upbhulekh.gov.in पर जाना होगा।
Step 2:प्रासंगिक लिंक खोलें
पोर्टल के होमपेज पर आपको विभिन्न लिंक मिलेंगे। आपको खतौनी नक़ल देखें लिंक पर क्लिक करना होगा।
Step 3:कैप्चा कोड दर्ज करें
एक संवाद दिखाई देगा और आपको दिखाए गए कैप्चा कोड को दर्ज करना होगा। सबमिट बटन पर क्लिक करने से पहले, आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपने कोड को सही ढंग से दर्ज किया है क्योंकि यह संवेदनशील है।
Step 4:जिले का चयन करें
अब, आपको सूची में से जिले को चुनना होगा जैसा कि चित्र में दिखाया गया है।
Step 5:तहसील का चयन करें
एक जिले का चयन करने पर, उस जिले के अंतर्गत आने वाली सभी तहसीलों की एक सूची दिखाई देगी। आपको सूची से संबंधित तहसील का चयन करना होगा।
Step 6:गांव का चयन करें
एक बार जब आपने तहसील का चयन कर लिया तो गाँव की एक सूची दिखाई देगी और आपको अपने गाँव का चयन करना होगा। आप नीचे दिए गए विकल्प में से अपने गाँव के पहले अक्षर को चुनकर इसे आसान बना सकते हैं
Step 7:जानकारी दर्ज करें
अब आपको दी गई जगह में मान्य जानकारी दर्ज करनी होगी। आपको खोज करने के लिए तीन विकल्प दिए गए हैं। आप गाटा संख्या / खसरा या खाता संख्या या खाताधारक के नाम से दर्ज करके खोज सकते हैं। मान्य क्रेडेंशियल दर्ज करने के बाद, आपको “मूल्यांकन देखें” बटन पर क्लिक करना होगा।
Step 8:खाता विवरण जांचें
अब, आप अपनी स्क्रीन पर अपने खाते का विवरण देख सकते हैं। इसमें खाताधारक का नाम, फसल वर्ष, जिला, क्षेत्र, भूमि रिकॉर्ड संख्या, आदेश, क्षेत्र जैसी जानकारी शामिल है
यूपी भूलेख खतौनी नक़ल विवरण में Khasra व Khata Sankhya कहाँ दिए गए हैं?
यूपी भूलेख खतौनी नक़ल विवरण में सबसे पहली लाइन पर जहां ग्राम का नाम, तहसील, अथवा फसली वर्षा दिया गया है, वही अंतिम में खाता संख्या दिया गया है।
जबकि भूमिधारकों के नाम के आगे सम्बंधित खसरा संख्या लिखी होती है। आप निचे उदहारण से समझ सकते हैं की UP Bhulekh Khatauni नक़ल विवरण में Khasra व Khata Sankhya कहाँ लिखे होते हैं?
Yellow highligter से दर्शाई गई संख्या की जगह ही आपके Bhulekh UP Khatauni नक़ल विवरण में Khasra Sankhya व Khata Sankhya लिखी होगी।
यदि आप भूलेख यूपी पर अन्य भूमि रिकॉर्ड की जांच करना चाहते हैं जैसे कि राजस्व ग्राम खतौनी, भूखंड / गेट का अनोखा कोड, भूखंड की स्थिति आदि, आप ऊपर दी गई प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं। अपनी जमीन के विभिन्न रिकॉर्ड की जांच करने के लिए आपके पास अपना खसरा या गाटा संख्या होना चाहिए। मान्य खसरा नंबर के बिना, आप अपने रिकॉर्ड की जांच नहीं कर सकते।
भूलेख नक्शा यूपी रिकॉर्ड की जाँच ऑनलाइन कैसे करें (How to Check UP Bhu Naksha Map Record Online)?
नागरिक उत्तर प्रदेश भूलेख का ऑनलाइन नक्शा भी देख सकते हैं। Bhulekh Naksha UP देखने का लिंक यहाँ दिया गया है।
आप घर बैठे ऑनलाइन अपने स्वयं के भूमि फार्म का नक्शा देख सकते हैं। आप अपने भू नक्शा का प्रिंटआउट भी ले सकते हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मानचित्र सामग्री की जानकारी ऑनलाइन करके राज्य का ऑनलाइन नक्शा पेश किया है।
आप नीचे साझा की गई प्रक्रिया का पालन करके स्वयं के भूमि फार्म का नक्शा देख सकते हैं। आपके लिए इसे आसान बनाने के लिए हमने चित्रों की सहायता से पूरी प्रक्रिया बताई है।
Step 1:
सबसे पहले भूलेख नक्शा यूपी वैबसाइट www.upbhunaksha.gov.in के होम पर जाए
Step 2:
- UP Bhu Naksha पोर्टल खोलने के बाद अपने जिला, तहसील, और गाँव को चुने।
- अब आपके सामने आपके चुने हुए क्षेत्र का नक्शा आ जाएगा।
- अब आप अपने खेत, प्लॉट, खसरा नंबर पर क्लिक करके उसको चुने। जिससे आपको उससे संबन्धित जानकारी(खाता संख्या, खसरा संख्या, क्षेत्रफल(हे.), खातेदार का नाम आदि) दिखाई देगी।
- यदि आपको गाँव तहसील आदि चुनने मे परेशानी हो रही है तो, अपने खेत या प्लॉट का खसरा नंबर से सीधे खोजने के स्थान (छोटे लाल गोले मे दर्शाया गया है।) दर्ज करके जानकारी ले सकते है।
Step 3:
- यहा आप पीले रंग मे दिखाये गए मैप रेकॉर्ड (Map Record) पर क्लिक करें। इससे आपको उस प्लॉट का नक्शा कुछ ऐसा दिखाई देगा।
अब आप आपके खेत प्लॉट का मैप सभी जानकारी के साथ आपको दिखाई देगा जिसकी नकल (printout) आप आसानी से निकाल सकते है।
Bhulekh UP सम्बंधित प्रश्नोत्तर (FAQ’s)
उत्तर प्रदेश भूलेख पोर्टल क्या है?
यूपी भूलेख (UP Bhulekh) उत्तर प्रदेश सरकार की राजस्व परिषद द्वारा शुरू किए गए भूमि रिकॉर्ड (land record) के लिए एक डिजिटल पोर्टल है।
उत्तर प्रदेश भूलेख पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट क्या है?
उत्तर प्रदेश भूलेख पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट है @upbhulekh.gov.in
खसरा नंबर क्या होता है?
खसरा संख्या राज्य के राजस्व विभाग द्वारा प्रदान की गई भूमि पहचान के लिए यूनिक संख्या है।
जमीन का खाता नंबर क्या होता है?
राजस्व अधिकारियों द्वारा किसी भी जमीन जायदाद या भूमि क्षेत्र के मालिक (ओं) को दिया जाने वाला एक विशिष्ट नंबर है, खाता नंबर से यह पता चलता है कि उस आदमी के पास कौन-कौन सी जमीन है।
खसरा में कितने खाने होते है?
खसरा P-II फॉर्म में बनता है इसमें 12 कालम होते हैं।
खतौनी में कितने खाने होते हैं ?
खतौनी B-1 फॉर्म में बनता है, इसमें 23 कालम होते हैं।
यदि आपको भूलेख खतौनी खसरा भूलेख भू-नक्शा / शजरा की किसी भी सहायता या कोई प्रश्न पूछना चाहते है तो नीचे कमेंट बॉक्स मे लिखे हम पूरी सहायता करेंगे… यह लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद.
Kya ye pramanit nksha hai
इसे प्रमाणित कैसे किया जा सकता है